2
अब मार्केट में काम कैसे करते हैं वो देखते हैं मेरे अनुभव के हिसाब से चार्ट सबसे अच्छा तरीका है । जिसमें कोई इंडिकेटर न लगाए कोई मूविंग एवरेज नहीं हो तो ओर भी बढ़िया होगा। में यह इंट्राडे ऑप्शन ट्रेडिंग की बात कर रहा हु आप स्टोक का चार्ट भी देख सकते हो । सबसे पहले आपको डे टाइम में चार्ट को देखना होगा । इससे ये क्लियर हो जाएगा कि मार्केट कहा है । ओर ट्रेड किस तरफ का चल रहा है । आपको ये ध्यान रखना होगा कि ज्यादातर ट्रेड मार्केट के ट्रैंड के हिसाब से ही लेना चाहिए । जैसे मार्केट ऊपर जा रहा है और आप पुट का सेटअप ढूंढ रहे हो तो ज्यादातर आपके स्टॉप लॉस ही हिट होंगे । इसलिए मारके के साथ चलना बेहतर होता है । जब मार्केट ऊपर जा रहा हो तो ज्यादातर सपोर्ट काम करता है । जल्दी मार्केट सपोर्ट को ब्रेक नहीं करता है । ओर मार्केट नीचे जा रहा हो तो रजिस्टेंस काम करता है । मतलब ज्यादातर मार्केट रजिस्टेंस ब्रेक नहीं करता है । वहीं से घूम जाता है । जब मार्केट कल की क्लोजिंग से ऊपर ओपन होता है तो ज्यादातर मार्केट ऊपर ही जाता हैं । या क्लोजिंग से घूम कर ऊपर चला जाता है । ओर जब मार्केट कल की क्लोजिंग से नीचे ओपन होता है तो नीचे जाने की संभावना ज्यादा होती है । वैसे तो मार्केट में कोई भी चीज़ सौ प्रतिशत काम नहीं करती है। इसलिए स्टॉप लॉस लगाना भी जरूरी होता है । पहली पांच मिनट या कभी कभी पंद्रह मिनट की कैंडल अपने आप में सपोर्ट एंड रजिस्टेंस का काम करती हैं । इस प्रकार से कैंडल का हाय ओर लो बहुत काम का हो जाता है । प्राइस एक्शन भी बहुत काम की चीज होती है । इसमें स्टॉप लॉस कम बार ही होता है और बहुत छोटा स्टॉप लॉस होता है ज्यादा बार ट्रेड सही होने की संभावना होती है । प्राइस एक्शन कैसे काम करता है । जब मार्केट ऊपर जा रहा है तो पिछले लो को ब्रेक नहीं करता ओर पिछले लो से ऊपर एक नया लो बना देता है । इसलिए रजिस्टेंस को जल्दी ब्रेक कर देता है । ओर हायर हाय बनाता जाता है । जब मार्केट नीचे जा रहा होता है तो लोवर लो बनाता जाता है । ओर जब मार्केट में सपोर्ट काम कम करता है क्योंकि मार्केट सपोर्ट को जल्दी ही ब्रेक कर देता है ।
Comments
Post a Comment